मुंबई। आरबीआई की तरफ से कुछ दिनों पहले एक खास नोटिस जारी किया गया है जिसमे बताया कि, सितंबर में किसी कारण से बैंकों के एटीएम में पैसे नहीं डाले जाएंगे और बैंकों में भी कैश की किल्लत देखने को मिलेगी। दरअसल सितंबर महीने की शुरूआत में शनिवार और रविवार पड़ रहा है जिस वजह से बैंक बंद रहेगा। वहीं 3 सितंबर को जन्माष्टमी का पर्व है जिस वजह से देश के कई बैंकों और सरकारी दफ्तर बन रहेंगे।
इसके अलावा 4 और 5 को बैंक वाले हड़ताल पर हैं। तो जाहिर है लगातार 5 दिनों तक बैंक बंद रहने से आम नागरिकों के साथ ही व्यापारियों और अन्य लोगों को भारी परेशानी का समाना करना पड़ेगा और कैश की किल्लत देखने को मिलेगी। गौरतलब है कि, 4 और 5 को बैंकों की हड़ताल के चलते आरबीआई की तरफ से इस दिन कोई भी लेनदेन या पैसे नहीं दिए जाएंगे, साथ ही बैंक के कर्मचारी भी हड़ताल की वजह से काम नहीं करेंगे और इन सबकी की वजह से महीने की शुरूआत में भारी किल्लत का सामना करना पड़ेगा।
तो वहीं रिपोर्ट में जानकारी दी गई की आखिर बैंक कर्मचारी हड़ताल पर क्यों जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, अधिकारी और कर्मचारी पेंशन अपडेटेशन, पेंशन ओपनिंग आदि मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। रिजर्व बैंक आफ इंडिया कर्मचारी एसोसिएशन के सचिव अनूप कुमार मिश्रा ने बताया कि चार व पांच सितंबर को अधिकारी व कर्मचारी सामूहिक रूप से आकस्मिक अवकाश लेंगे। ऐसे में बैंक कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर हड़ताल करने जा रहे हैं। जाहिर है यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है जब बैंक कर्मचारी हड़ताल करने जा रहे हैं। इससे पहले भी कई बार ऐसा देखने को मिला है जब कर्मचारी हड़ताल कर अपनी मांगों को पूरा करवाते हैं।
आपको बता दें कि, 5 दिनों तक लगातार बैंक की हड़ताल रहने की वजह से अरबों रुपये की क्लियरिंग प्रभावित होने की आशंका है। इससे व्यापारियों के काम तो अटकेंगे, साथ ही सरकारी कोषागारों में भी कार्य प्रभावित होगा। इसके चलते कई सरकारी कार्य भी प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में अगर आप किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना चाहते हैं तो पहले से ही अपनी जरुरत के हिसाब से कैश बैंक से निकलकर घर में जमा कर लें।