नई दिल्ली। सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को उनके निवेश पर एक निश्चित राशि देने के उद्देश्य से शुरू की गई प्रधानमंत्री वय वंदन योजना में निवेश सीमा को 7.5 लाख रुपए से बढ़ाकर 15 लाख रुपए करने का निर्णय लिया है जिससे निवेशक को हर महीने 10 हजार रुपए तक की पेंशन मिल सके। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गई। विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बैठक के बाद संवाददाताओं को यह जानकारी देते हुए कहा कि वित्तीय समावेशन और सामाजिक सुरक्षा के अपने वादे के तहत प्रधानमंत्री वय वंदन योजना में निवेश की अवधि को 4 मई 2018 से बढ़ाकर 31 मार्च 2020 कर दिया है। अब इसमें 15 लाख रुपए तक निवेश किया जा सकेगा जिससे निवेशक को 10 हजार रुपए तक मासिक पेंशन मिल सकेगी।
उन्होंने बताया कि मार्च 2018 तक 2.23 लाख वरिष्ठ नागरिकों ने इस योजना का लाभ उठाया है जबकि इससे पहले की योजना वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना 2014 में कुज 3.11 लाख वरिष्ठ नागरिकों ने लाभ उठाया था। इस योजना का क्रियान्वयन भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) कर रही है। इसमें 10 वर्षाें के लिए निवेश किया जाता है जिसमें सुनिश्चित आठ फीसदी रिटर्न मिलता है जिसे मासिक पेंशन के रूप में दिया जाता है। इसमें मासिक, तिमाही, छमाही या वार्षिक पेंशन का चयन किया जा सकता है। सरकार द्वारा निर्धारित आठ फीसदी रिटर्न से कम की राशि मिलने पर शेष राशि की भरपाई केन्द्र सरकार करती है।