नई दिल्ली। देश में जिन छात्रावासों में अनुसूचित जाति,जनजाति,अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के दो तिहायी छात्र-छात्राएं रहती हैं, वहां सस्ते दर पर प्रति माह प्रति व्यक्ति 15 किलो चावल और गेहूं उपलब्ध कराया जाएगा। खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सरकारी और निजी क्षेत्र के छात्रावासों में प्रति छात्र 5.65 रुपए प्रति किलो चावल और चार रुपए किलो की दर से गेहूं उपलब्ध कराया जाएगा। इस दर पर गरीबी रेखा के नीचे के लोगों को चावल और गेहूं दिया जाता है। सरकार का अनुमान है कि इससे करीब एक करोड़ छात्र-छात्राएं लाभान्वित होंगी। पासवान ने कहा कि इस योजना के तहत 13 लाख टन अनाज का आवंटन किया गया है। इस संबंध में सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र भेजा गया है और उनसे ऐसे छात्रावासों का ब्योरा मांगा गया है ताकि जल्द से जल्द अनाज का आवंटन किया जा सके। इस सिलसिले में वह राज्यों का दौरा कर इस योजना को जल्द से जल्द लागू करने का प्रयास करेंगे।
खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ने कहा कि छात्र आमतौर पर आर्थिक संकट का सामना करते हैं लेकिन अब इस योजना से उन्हें कुछ राहत मिलेगी। बहुत सारे छात्रावासों में ठेकेदार छात्रावासों में खाना की आपूर्ति करते हैं जो बाजार दर पर खाद्य सामग्री खरीदते हैं। इस योजना के शुरु होने पर संस्थान को सस्ते दर पर चावल और गेहूं उपलब्ध होगा जिससे छात्रों को फयदा होगा।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत बिहार के लिए एक लाख 36 हजार टन और उत्तर प्रदेश के लिए दो लाख 24 हजार टन अनाज की जरुरत होगी। उन्होंने कहा कि लोगों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए अनेक योजनाएं चलायी जा रही हैं।