वाराणसी। रेलवे की उपक्रम संस्था आईआरसीटीसी बड़ी योजना पर मंथन कर रहा है। इसके तहत लग्जरी ट्रेनों में चांदी की थाली में भोजन परोसने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए हर तरह के प्रारूप पर विचार हो रहा है, जिसके सापेक्ष प्रस्ताव तैयार कर मुख्यालय भेजा जाएगा। अभी तक महाराजा एक्सप्रेस ट्रेन में यह व्यवस्था आॅन डिमांड की जाती रही है। चांदी की थाली में पर्यटकों को भोजन दिया जा रहा है। इसी तर्ज पर अन्य लग्जरी ट्रेनों में यह व्यवस्था करने पर मंथन किया जा रहा है।
इसके पीछे उद्देश्य यह है कि लग्जरी ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को सुखद अनुभव हो। इसके साथ ही देशी व विदेशी पर्यटक ऐसी ट्रेनों में सफर करने के दौरान राजशाही अंदाज का लुत्फ उठा सकें। यही नहीं खानपान की शिकायतों से खराब होती छवि को सुधारने के लिए रेलवे हर दो घंटे पर ताजे भोजन की आपूर्ति करने की तैयारी में भी जुटा है। इसके लिए देशभर में 'मेगा किचन बनाने पर मंथन हो रहा है जिसके तहत नई खानपान नीति लागू करने की योजना बनाई जा रही है।
खाद्य व पेय उद्योग जगत, स्वयं सहायता समूह के प्रतिनिधियों और आईआरसीटीसी के अधिकारियों के साथ चर्चा हो चुकी है। इसका मकसद नई नीति को लागू करने के लिए रोडमैप तैयार करना है। नई नीति में खाना पकाने और ट्रेनों में आपूर्ति करने का काम अलग कर दिया जाएगा। रेलवे खानपान सेवा में ठेकेदारों का वर्चस्व खत्म होगा। मेगा किचन में हर रोज 11 लाख यात्रियों के लिए भोजन तैयार हो सकेगा। आईआरसीटीसी के स्थानीय मैनेजर सुबोध श्रीवास्तव ने बताया कि अभी तक महाराजा एक्सप्रेस में आॅन डिमांड चांदी की थाली में भोजन परोसा जाता है। इसके क्रेज को देखते हुए अन्य लग्जरी ट्रेनों में भी इस तरह की व्यवस्था करने की तैयारी हो रही है।
लग्जरी ट्रेनें
- फेयरी क्वीन
- डेक्कन ओडिसी
- हेरिटेज आॅन व्हील्स ल्ल पैलेस आॅन व्हील्स
- गोल्डन चेरिअत
- राजधानी
- शताब्दी
- दुरंतो