नई दिल्ली। आठवीं पास की मार्कशीट नहीं होने पर भी अब हैवी लाइसेंस आसानी से बन जाएगा। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय ने इसकी अनिवार्यता खत्म कर दी है। इस व्यवस्था के तहत अब नए लाइसेंस के लिए तो ट्रायल देना होगा, लेकिन कैटेगरी बदलने और रिनीवल के दौरान आठवीं की मार्कशीट अनिवार्य नहीं होगी। अभी तक आठवीं पास की मार्कशीट नहीं होने की स्थिति में गाड़ी चलाने का सालों का अनुभव होने के बावजूद कमर्शियल लाइसेंस नहीं बन पाता था। ऐसे में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा भी होता था।
दो ड्राइवरों की अनिवार्यता भी नहीं
मंत्रालय ने ट्रक या अन्य हैवी गाडियों में दो ड्राइवरों की अनिवार्यता भी खत्म कर दी है। इससे मोटर मालिकों को बड़ी राहत मिलेंगी। इस संबंध में मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।
इंदौर में हुआ था मार्कशीट घोटाला
आठवीं की मार्कशीट अनिवार्य होने की वजह से इंदौर में बड़ा घोटाला सामने आया था। इसमें एवजियों ने आवेदकों से मोटी रकम लेकर कई स्कूल संचालकों के साथ सांठगांठ कर मार्कशीट हासिल कर लाइसेंस बनवा दिए थे। जांच में खुलासा हुआ कि यह खेल वर्षों से चल रहा था।