नई दिल्ली। भारी बिजली उपकरण बनाने वाली सरकारी कंपनी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड(भेल) की जम्मू कश्मीर स्थित किशनगंगा पनबिजली परियोजना की पहली इकाई में काम सफलतापूर्वक शुरू हो गया है। कंपनी ने सोमवार को जानकारी दी कि बांदीपुर जिले में झेलम की सहायक नदी किशनगंगा पर 330 मेगावाट की इस परियोजना को एनएचपीसी लिमिटेड द्वारा विकसित किया जा रहा है। इसकी 110 मेगावाट की पहली इकाई का काम सफलतापूर्व शुरू हो गया है। इस परियोजना से प्रतिवर्ष 13,500 लाख यूनिट स्वच्छ बिजली का उत्पादन होगा। शेष दो इकाइयों का काम भी लगभग पूरा होने वाला है।
इस परियोजना के लिए भेल की भोपाल, झांसी, रुद्रपुर और बेंगलुरु विनिर्माण इकाइयों से उपकरणों की आपूर्ति की गयी है जबकि इस परियोजना को पूरा करने का काम कंपनी की उत्तरी क्षेत्र विभाग ने किया है । जम्मू कश्मीर में भेल ने अब तक 31 पनबिजली उपकरण लगाये हैं जिनकी कुल उत्पादन क्षमता 1,257 मेगावाट है। उल्लेखनीय है कि किशनगंगा पनबिजली परियोजना को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच लंबा विवाद चला है। दरअसल भारत और पाकिस्तान ने वर्ष 1960 में ंिसधु जल संधि की थी और विश्व बैंक भी इसका हिस्सा था। पाकिस्तान का कहना था कि भारत ने इस संधि का उल्लंघन करके यह परियोजना शुरू की है।