नई दिल्ली। मानव संसाधन की कमी से जूझ रहे भारतीय प्रतिस्पर्द्धा आयोग (सीसीआई) ने भर्तियों में ज्यादा स्वायत्तता की मांग करते हुए शुक्रवार को कहा कि इसके लिए भर्ती नियमों में संशोधन का एक प्रस्ताव तैयार किया गया है। स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा को हतोत्साहित करने से रोकने वाले नियामक में अधिकारियों और कर्मचारियों के स्वीकृत पद 197 हैं जिनमें एक-तिहाई से ज्यादा खाली पड़े हैं। यहां तक कि महानिदेशक कार्यालय में भी 60 प्रतिशत पद खाली पड़े हुए हैं। सीसीआई के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार सीक्री ने बताया कि आयोग को अभी भर्ती का अधिकार है, लेकिन वह सेवा की शर्तें तय करने के मामले में ज्यादा स्वायत्तता चाहता है।
उन्होंने कहा सीसीआई ज्ञान आधारित संगठन है। इसमें ऐसे लोगों की जरूरत है जिन्हें बाजार की समझ हो और अर्थशास्त्र का गहरा ज्ञान हो। उच्चतम पदों पर नियुक्ति का अधिकार सरकार के पास ही रहे, लेकिन अन्य पदों पर नियुक्ति में हमें और अधिकार मिलने चाहिए। इसके लिए हमने भर्ती के नियमों में संशोधन का प्रस्ताव तैयार किया है। सीसीआई अध्यक्ष ने बताया कि मानव संसाधन की कमी के कारण अब तक आयोग का कामकाज प्रभावित नहीं होने दिया गया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों तथा अधिकारियों की कमी अनुबंध द्वारा पूरी की जा रही है।