लंदन। ब्रिटेन के एक अग्रणी थिंकटैंक ने देश में और भारतीयों को आकर्षित करने के लिए किफायती वीजा व्यवस्था की वकालत की है। रॉयल कॉमनवेल्थ सोसाइटी (आरसीएस) ने बताया है कि ब्रिटेन पिछड़ रहा है क्योंकि यहां की तुलना में वर्ष 2016 में भारत के ज्यादा पर्यटक फ्रांस गए। ब्रिटेन की तुलना में 1,85,000 अधिक भारतीय पर्यटक फ्रांस गए।
ब्रिटेन में आने वाले यात्रियों में भारतीय नागरिकों की हिस्सेदारी 2016 में 1.73 प्रतिशत घट गई जबकि फ्रांस में यात्रा में 5.3 फीसदी इजाफा हुआ। आरसीएस ने कहा है, 'ब्रिटेन में भारतीय पर्यटकों की हिस्सेदारी 2006 के 4.4 प्रतिशत से घटकर 2016 में 1.9 प्रतिशत रह गई। वर्ष 2016 में 6,00,000 भारतीय फ्रांस गए। इस तरह ब्रिटेन से 1,85,000 अधिक भारतीय पर्यटक फ्रांस गए।' न्यू वीजा पार्टनरशिप फैक्ट शीट ब्रिटिश सासंदों को इस सप्ताह सौंपी गई है।
यह 2016 में लॉन्च ब्रिटेन-भारत द्विपक्षीय वीजा अग्रीमेंट कैंपेन का हिस्सा है। यदि इसे स्वीकार कर लिया जाता है तो टूरिस्ट वीजा की कीमत काफी कम हो जाएगी। यूके-इंडिया वीजा अग्रीमेंट के तहत 2 साल के वीजा की कीमत 388 पाउंड्स (34939 रुपऐ) से घटकर महज 89 पाउंड्स (8014 रुपऐ) रह जाएगी और यात्रियों को 2 साल के भीतर दोबारा विजिट करने की छूट होगी।