नई दिल्ली। फिनटेक प्लेटफार्म इंडिफी टेक्नोलॉजी ने छोटे एवं मध्यम उद्यमों (एसएमई) को उनके आउटस्टैंडिंग इनवॉयस पर दो करोड़ रुपए तक का ऋण उपलब्ध कराने की घोषणा की है। कंपनी ने बुधवार को कहा कि एसएमई के पास भारी-भरकम कैपिटल रिजर्व नहीं होता और उन्हें कम वित्तिय व्यवस्था से काम चलाना पड़ता है। उन्हें कच्चे माल की खरीद, मार्केटिंग इनिशिएटिव, यूटिलिटी बिल भुगतान, वेतन भत्तों आदि के लिए रोज ही कार्यशील पूंजी की आवश्यकता होती है। बड़ी संख्या में अनपेड इनवॉयस का भी इन सभी प्रक्रियाओं पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। अनपेड इनवॉयस के चक्कर में उपलब्ध तरलता अवरुद्ध हो जाती है, तब एसएमई उद्यमी को रोजमर्रा की व्यापारिक गतिविधियों के लिए फंडिंग जुटाने की जरूरत होती है।
इंडिफी टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष राणा विक्रम आनंद ने कहा कि इस सुविधा के माध्यम से एसएमई अनपेड इनवॉयस को इंडिफी में जमा कर सकते हैं। वे बिना किसी कॉलेटरल के 80 प्रतिशत राशि हासिल कर सकते हैं। ऋण की कागजी कार्यवाई बहुत कम है और 48 घंटे के भीतर ऋण उपलब्ध करा दिया जाता है। इसका लाभ वे छोटी उद्यमी भी उठा सकते हैं जिनका कारोबार एक वर्ष से कम समय से भी चल रहा है। इस सुविधा में कोई प्री-पेमेंट पेनल्टी नहीं है और ब्याज उतनी ही राशि पर लगता है जितनी इस्तेमाल की गई हो। उन्होंने कहा कि एसएमई को अधिक से अधिक वित्तीय स्वतंत्रता और लचीलापन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इसकी पेशकश की गई है।