नई दिल्ली। कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने किसानों के उत्पादों को बेहतर बाजार मूल्य दिलाने के लिए छह नए फीचर से युक्त राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) मोबाइल एप को बुधवार को जारी किया। सिंह ने इस अवसर पर कहा कि इस एप को इस प्रकार से तैयार किया गया है जिससे किसान घर बैठे अपने उत्पाद के बाजार मूल्य की नवीनतम जानकारी प्राप्त कर सकेंगे तथा बाजार में पंजीयन भी करा सकेंगे। उन्होंने कहा कि ई-नाम वेबसाइट हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती, मराठी, तमिल, तेलुगु, बंगला और उड़िया भाषा में उपलब्ध है तथा इसमें अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को भी जोड़ा जाएगा। ई-नाम पोर्टल में एमआईएस डैसबोर्ड, व्यापारियों को भीम एप द्वारा भुगतान की सुविधा, मोबाइल भुगतान की सुविधा, आदि को शामिल किया गया है।
घर बैठे किसान करा सकेंगे पंजीयन
इस एप से किसान घर बैठे पंजीयन करा सकेंगे और बाजार गेट पर लम्बी कतारों से बच सकेंगे। वर्तमान में ई-नाम पोर्टल किसानों को आरटीजीएस, डेबिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से आॅनलाइन भुगतान सुविधा देता है। फसलों की गुणवत्ता की जानकारी प्राप्त करने की सुविधा भी मोबाइल एप पर दी गई है। इसके साथ ही व्यापारी ई-नाम एप से डेबिट कार्ड और नेट बैंकिंग के माध्यम से भी आॅनलाइन भुगतान कर सकते हैं। किसानों के भुगतान की जानकारी भी मोबाइल फोन पर मिल सकेगी।
समय-समय पर होगा समाधान
ई-नाम को सेंट्रल फॉरमर डेटाबेस से जोड़ा गया है जिससे प्रवेश द्वार पर ही पंजीकृत किसान की पहचान हो सकेगी । सिंह ने कहा कि इस नए प्रयोग से किसानों या व्यापारियों को कोई परेशानी होती है तो समय-समय पर उसका समाधान किया जाएगा। कृषि मंत्री ने कहा कि अब तक 14 राज्यों और एक केन्द्र शासित क्षेत्र के 479 मंडी ई-नाम योजना से जुड़ चुके हैं । वर्ष 2016 में 21 मंडियों से इस योजना की शुरुआत की गई थी। उन्होंने कहा कि सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर इस योजना को विशेष महत्व दे रही है और क्षेत्रीय भाषाओं में बाजार की नई जानकारी उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है ।