नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से गिरावट दर्ज की जा रही है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट को जिम्मेदार बताया जा रहा है। पीछे 6 फरवरी को मुंबई में एक लीटर पेट्रोल 81.24 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बेची जा रही थी लेकिन शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत में तीन पैसे की कमी आई और अब यह 81.21 रुपए प्रति लीटर के हिसाब बिक रही है।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आ रही तेजी पर ब्रेक लग गया है।
कच्चे तेल में लगातार पांचवें दिन गिरावट देखने को मिल रही है। विशेषज्ञों का का कहना है कि इसकी कीमतें 62 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकती है। अगर ऐसा होता है, तो पेट्रोल और डीजल की लगातार आसमान पर पहुंच रही कीमतों पर भी ब्रेक लगेगा। इसके साथ ही महंगाई पर भी लगाम लगने की संभावना है।
विशेषज्ञों के मुताबिक यूएस में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ा है। वहीं, दुनियाभर में इसकी डिमांड घटी है। यही वजह है कि कच्चे तेल की कीमतें लगातार नीचे आ रही हैं। ब्रेंट क्रूड 26 दिसम्बर के बाद से अब तक 10 फीसदी सस्ता हो चुका है। इससे कच्चे तेल के 80 डॉलर के पार पहुंचने का खतरा कम हो गया है। प्रेक्षकों का कहना है कि इससे मोदी सरकार को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।