नई दिल्ली। एयर इंडिया को बेचने के लिए सरकार सभी तरीके अपनाने को तैयार दिख रही है। संकेत मिल रहे हैं कि केंद्र सरकार इस साल हर हाल में सरकारी विमानन कंपनी को बेच देगी। पहली बार केंद्र सरकार की ओर से संकेत मिल रहे हैं कि एयर इंडिया के 60,000 करोड़ रुपए का कर्ज भी चुका सकती है। ये पहली बार है जब सरकार कंपनी के कर्ज अदा करने पर भी बात कर रही है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि सरकार एयर इंडिया की बिक्री को किसी भी खरीददार के लिए आकर्षक बनाना चाहती है। एयर इंडिया के उपर भारी भरकम 60,000 रुपए के कर्ज की वजह से ही ज्यादातर कंपनियां इसे खरीदने से कतरा रही है। केंद्र सरकार अब सरकारी विमानन कंपनी के कर्ज को खुद चुकाने पर विचार कर रही है। उम्मीद है कि इस नए कदम के बाद एयर इंडिया को आसानी से बेचा जा सकेगा।
केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरप्रीत के अनुसार पिछले कुछ महीनों में एयर इंडिया को खरीदने के लिए कई विदेशी और देसी कंपनियों ने इच्छा जाहिर की है। लेकिन कीमतों और सरकारी शर्तों पर बात नहीं बन पा रही है। सरकार का कहना है कि एयर इंडिया पिछले दस सालों से घाटे में चल रही है। रोजाना एयर इंडिया को लगभग 26 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है।