नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के मनीष गुप्ता ने मंगलवार को राज्यसभा में मुद्रा योजना के तहत 7.07 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि के गैर निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) श्रेणी में आने के मद्देजनर इस योजना को बंद करने की मांग की। गुप्ता ने शून्यकाल के दौरान यह मांग करते हुये कहा कि छोटे कारोबारियों, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम को सरलता से वित्त उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बगैर किसी गिरवी के ऋण देने के लिए यह योजना शुरू की गयी थी लेकिन इस योजना के तहत सात लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि एनपीए में जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त 2300 से अधिक फर्जी तरीके से ऋण दिये जाने के भी मामले सामने आये हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत दिये गये ऋण में से मात्र 20 प्रतिशत कर्जदारों के यहां ही रोजगार का सृजन हुआ। इसके मद्देनजर इस योजना को बंद कर दिया जाना चाहिए।