गुड़गांव। सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू) से संबंधित सभी यूनियनों के नेताओं ने मांग दोहराई कि होंडा के मानेसर प्लांट से निकाले गये सारे ठेका मजदूरों को तुरंत काम पर वापस लिया जाए। सीटू के 24 नवंबर से सिरसा में होने वाले हरियाणा सम्मेलन और अगले साले आठ जनवरी की देशव्यापी आम हड़ताल को लेकर सीटू जिला कमेटी की एक बैठक आज यहां हुई जिसमें यह मांग की गई।
सतवीर सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में देश व राज्य की दिन ब दिन बिगड़ती रोजगार की स्थिति पर बात रखते हुये मानेसर स्थित होंडा कंपनी के मजदूरों के साथ हो रहे अन्याय पर चिंता व आक्रोश जाहिर किया गया। सीटू से संबंधित सभी यूनियनों के नेताओं ने होंडा का मजदूरों के संघर्ष का समर्थन करते हुये सरकार व प्रशासन से मांग की कि निकाले गए सभी ठेका मजदूरों को तुरंत काम पर लिया जाए।
बैठक को संबोधित करते हुए सतवीर सिंह ने आरोप लगाया कि देश के सभी राज्यों में बनाए गए भवन एवं अन्य निर्माण मजदूर बोर्ड में निर्माण मजदूरों के सैंकड़ों करोड़ की राशि जमा पड़ी है, जिसे निर्माण मजदूरों के कल्याणार्थ इस्तेमाल किया जाना चाहिए मगर केंद्र सरकार मजदूरों के इस पैसे को दूसरे मदों में स्थानांतरण कर इसे हड़पने पर आमादा है। उन्होंने कहा कि सरकार की इस चाल के खिलाफ भवन निर्माण के मजदूरों में गुस्सा है। उन्होंने कहा कि इस गुस्से का इज़हार करने व सरकार की तरफ से अपने पैसे का दुरुपयोग रोकने के लिए देश भर के निर्माण मजदूर पाँच दिसंबर को संसद भवन पर एक दिन का धरना देंगे।