नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) ने स्टैनफोर्ड और सिंगापुर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के साथ मिलकर एयरलेन्स कार एयर सैनिटाइजर नामक एक उत्पाद विकसित किया है जो यात्री वाहनों के भीतर की वायु को शुद्ध रखने में मदद करता है। यह सैनिटाइजर एक्टिव मॉलिक्यूलर टेक्नोलॉजी पर आधारित है और यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) मानक के अनुसार दो मिनट में वाहनों की वायु को शुद्ध करता है। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में दिवाली के समय एक महीने की अवधि को रेड अलर्ट अवधि माना जाता है।
कई बार यह देखा गया है कि दिल्ली सरकार को बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए स्कूलों और कॉलेजों को मजबूरन बंद करना पड़ा है और इस बार भी ऐसा ही फैसला लिया गया है और सभी स्कूल पांच नवंबर तक बंद हैं। इसके अलावा इस साल भी सम-विषम योजना चार से 15 नवंबर तक लागू की जाएगी। सरकार और अन्य चिंतित निजी संस्थाएं भी इस स्थिति से लड़ने के लिए सभी प्रयास कर रही हैं। लोग अपने घरों और कार्यालयों में एयर प्यूरीफायर का उपयोग तो करते हैं पर अब तक वाहनों की हवा को साफ करने के लिए कोई प्रोडक्ट नहीं था। इस उत्पाद का इस्तेमाल करते हुए लोग यात्रा करते समय अपनी कार में भी शुद्ध हवा में साँस ले पाएंगे।