नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि कॉफी उद्योग को मूल्यवर्धित उत्पादों पर जोर देते हुए अपने लाभ में किसानों को भी साझेदार बनाना चाहिए। गोयल ने अगले वर्ष बेंगलुरु में होने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉफी कांफ्रेंस के पूर्वालोकन के यहां आयोजित एक समारोह में कहा कि कॉफी उद्योग का कारोबार पूरी दुनिया में हैं और भारतीय कॉफी का उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में भारतीय कॉफी पसंद की जाती है।
उद्योग को नवाचारों का इस्तेमाल करते हुए भारतीय कॉफी का एक ब्रांड विकसित करना चाहिए। कॉफी के उत्पादों का मूल्यवर्धन किया जाना चाहिए जिससे इसके कारोबार का दायरा बढ़ सके।उन्होंने कहा कि कॉफी उद्योग को किसानों के हितों को भी ध्यान में रखना चाहिए और कारोबार के लाभ में साझेदार बनाना चाहिए। समारोह में कर्नाटक के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री जगदीश शेट्टार और केंद्रीय वाणिज्य सचिव अनूप वधावन भी मौजूद थे।अंतरराष्ट्रीय कॉफी कांफ्रेंस का आयोजन अगले वर्ष सात से 12 सितंबर तक बेंगलुरु में किया जाएगा।
एशिया में यह पहला आयोजन होगा। गोयल ने कहा कि कॉफी के प्रत्येक कप की कीमत एक रुपया अधिक किया जा सकता है और इससे किसानों के कल्याण के लिए खर्च किया जा सकता है। इससे कॉफी किसानों और उनके परिजनों के जीवन स्तर में सुधार होगा। उन्हेंने कांफ्रेंस के आयोजन में पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि भारत के कॉफी उद्योग के लिए बड़ा अवसर है जिसका पूरा लाभ उठाया जाएगा। बेंगलुरु में होने वाली कॉफी कांफ्रेंस में 76 देशों के 1000 से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इनमें कॉफी किसान, निर्यातक, सरकारी-निजी क्षेत्र के प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय संस्थान हिस्सा लेंगे।