नई दिल्ली। देश की यात्री कार वर्ग की अग्रणी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से गुरुवार को कंपनी की 10 लाखवीं कार निर्यात की। कंपनी ने बताया कि ऑक्सफोर्ड ब्लू रंगीन की सेडान डिजायर को आज मुंद्रा बंदरगाह से चिली के लिए भेजा गया। मुंद्रा बंदरगाह से मुख्यरुप से लेटिन अमेरिका, सुदूर पूर्वोत्तर और यूरोपीय देशों को मारुति सुजुकी की कारों को निर्यात किया जाता है।
मारुति के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी केनिची आयुकावा ने इस सफलता पर कहा,‘‘ मुंद्रा से 10 साल पहले निर्यात शुरु किया गया था और एक दशक में कंपनी ने यहां से कंपनी की कारों के निर्यात के मामले में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। कंपनी ने अपनी निर्यात नीति में बदले बाजार परिदृश्य को ध्यान में रखकर तालमेल किया है। मारुति सुजुकी का निर्यात प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी के विजन ‘‘ मेक इन इंडिया’’ से जुड़ा हुआ है।कंपनी के प्रयास देश में ऐसी कारों के निर्माण की क्षमता का परिचायक है जो विश्व की गुणवत्ता , सुरक्षा , डिजाइन और प्रौद्योगिकी के मानदंडों पर खरा उतरते हैं।
मुंद्रा मारुति सुजुकी की कारों के निर्यात के लिए दूसरा बंदरगाह है। यहां से कंपनी ने वर्ष 2009 में निर्यात शुरु किया था । मारुति सुजुकी का मुंद्रा बंदरगाह पर डिलीवरी से पहले निरीक्षण(पीडीआई) सुविधा और स्टाकयार्ड है। कंपनी यहां से वर्तमान में अपने 14 माडलों में से अल्टो के 10, सेलेरियो, बलेनो, इग्निस और डिजायर मुख्य रुप से निर्यात करती है । कंपनी इसके अलावा मुंबई बंदरगाह से भी निर्यात करती है। कंपनी 125 से अधिक देशों को देश में बनी यात्री कारों का निर्यात करती है और उसका कुल निर्यात 10 लाख 80 हजार यूनिट को पार कर गया है।