नई दिल्ली। आप नौकरीपेशा हैं तो मार्च तक आपको टैक्स बचाने के लिए इन्वेस्टमेंट करना होगा। ऐसे में आपके लिए नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट अच्छा ऑप्शन हो सकता है। इसमें ज्यादा ब्याज के साथ-साथ टैक्स छूट भी मिलती है। सरकार ने 5 साल की एनएससी पर ब्याज दर फिलहाल 7.9 फीसदी कर दी गई है। आपको बता दें कि फिलहाल इतना ब्याज देश का कोई भी बड़ा बैंक नहीं दे रहा है। ऐसे में आपके लिए एनएससी में पैसा लगाना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। पोस्ट ऑफिस के एनएससी स्कीम के तहत निवेश की कुल अवधि 5 साल की है। इंडिया पोस्ट के अनुसार इस स्कीम के तहत खाता कम से कम 100 रुपए से खुलता है। वहीं, इसमें निवेश की अधिकतम लिमिट तय नहीं है।
कहां खुलेगा खाता- एनएससी के तहत खाता देशभर में पोस्ट ऑफिस के ब्रांच में खोला जा सकता है। कोई भी व्यक्ति इसमें निवेश कर सकता है। आप अपने बच्चों के नाम पर भी इसे खरीद सकते हैं। इन सर्टिफिकेट की मैच्योरिटी अवधि 5 साल होती है। ब्याज हर साल जुड़ता है और कपांउड इंटरेटस्ट की ताकत से ये पैसा लगातार बढ़ता जाता है। यहां ध्यान रखने वाली बात ये है कि टैक्स पर छूट केवल 1.5 लाख तक के निवेश पर ही मिलती है। इस योजना की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये योजना सरकारी है। यानी एक तो आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है और दूसरा ये कि सरकार ने जितना कहा है उतना रिटर्न आपको मिलेगा। इसके अलावा आपको बहुत भागदौड़ नहीं करनी।
कहां से खरीदें सर्टिफिकेट- नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट एक लंबी अवधि के निवेश का माध्यम है। इसके जरिए एक निश्चित ब्याज दर पर निवेशक को रिटर्न मिलता रहता है। खास बात ये है कि इसे भारत सरकार की डाकघर योजना के तहत जारी किया जाता है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट आप अपने नजदीकी डाकघर से खरीद सकते हैं। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीदना एक सरल प्रक्रिया है, इसे आप किसी भी पोस्ट ऑफिस से खरीद सकते हैं। हां ये ध्यान रखें कि आपको नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीदने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज अपने साथ रखने होंगे। फॉर्म के जरिए अपनी जानकारी देनी होगी, जिसमें आपको नाम और निवेश की राशि के बारे में बताना होगा।
कब निकाल सकते हैं पैसा- इसकी मेच्योरिटी 5 साल की है। अच्छी बात ये है कि अगर आप कुछ शर्तों को पूरा करते हैं तो 1 साल की मेच्योरिटी अवधि के बाद खाते की राशि को निकाल सकते हैं। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में ब्याज दर हर 3 महीने में बदली या निर्धारित की जाती हैं। इसलिए निवेशक को घटते बढ़ते ब्याज दरों के साथ निवेश की राशि में भी बदलाव करना चाहिए। इस योजना का लाभ 18 साल से कम उम्र के लोगों को भी मिल सकता है यानी कि इस योजना से नाबालिगों को भी लाभ मिलेगा। इसके लिए उनके अभिभावकों को अपने 18 साल से कम उम्र के बच्चों के नाम पर नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीदना होगा।