नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने में मधुमक्खीपालन का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। शहद की घरेलू और निर्यात बाजार में मांग लगातार बढ़ रही है। राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन विकास समिति के सदस्य देवव्रत शर्मा ने इस बारे में जानकारी दी। शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के समक्ष मधुमक्खीपालन को बढ़ावा दिए जाने के बारे में समिति ने विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया है। शर्मा ने बताया, ह्यह्यप्रधानमंत्री की वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने और वर्ष 2024 तक भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 5,000 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए अर्थव्यवस्था की विकास दर दहाई अंक में ले जाने की जरुरत होगी। उन्होंने कहा कि मधुमक्खीपालन श्रम आधारित उद्योग है और मौजूदा समय में देश में 32 लाख मधुमक्खी कॉलोनी हैं जिनसे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 10 लाख लोग जुड़े हैं।