नई दिल्ली। सरकार ने डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए युवाओं को कुशल बनाने के वास्ते निजी क्षेत्र की दो बड़ी कम्पनियों के साथ समझौता किया है। कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि प्रशिक्षण महानिदेशालय ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए युवाओं को प्रशिक्षित बनाने के वास्ते निजी क्षेत्र की कंपनी सिस्को तथा एक्सेंचर के साथ समझौता किया है। समझौते के तहत यह कार्यक्रम देशभर के आईटीआई विद्यार्थियों को अगले दो वर्ष में डिजिटल अर्थव्यवस्था में युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। समझौता ज्ञापन पर कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्रालय में सचिव डॉ. के पी कृष्णा की उपस्थिति में दोनों संगठनों ने प्रशिक्षण महानिदेशालय के साथ आईटीआई के छात्रों को रोजगार के योग्य कौशल प्रशिक्षण देने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस समझौते के बाद देश के सभी आईटीआई के लगभग 15 लाख विद्यार्थी भारत स्कील्स पोर्टल के माध्यम से डिजिटल लर्निंग मोड्यूल एक्सेस कर सकेंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रथम चरण तमिलनाडु, गुजरात, बिहार तथा असम के 227 आईटीआई में होगा जिसमें एक लाख से अधिक युवाओं को लक्षित करते हुए लागू किया जाएगा। कक्षा में कार्यक्रम के अन्तर्गत 240 से अधिक घंटे का प्रशिक्षण 21वीं सदी के कौशल के सम्बंध में दिया जाएगा। इसमें डिजिटल साक्षरता, डिजिटल प्रवाह कुशलता, सृजनात्मक समस्या समाधान सहित कार्यस्थल तैयारी कुशलता तथा निर्णय प्रक्रिया में डाटा उपयोग, कैरियर प्रबन्धन कुशलता तथा केरियर को पहचानने और नियोजन करने की क्षमता शामिल हैं।