नई दिल्ली। वित्तीय समस्याओं के कारण अस्थाई रूप से बंद चल रही जेट एयरवेज (Jet Airways) के डिप्टी सीआईओ और मुख्य वित्तीय अधिकारी, अमित अग्रवाल ने व्यक्तिगत कारणों से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। मंगलवार को सूचना देते हुए उन्होंने कहा, मैं सूचित करना चाहता हूं कि मैं व्यक्तिगत कारणों से अपनी सेवाओं से त्यागपत्र दे रहा हूं।'
आर्थिक संकट से गुजर रही विमान कंपनी जेट एयरवेज ने 17 अप्रैल को अपना परिचालन अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। कंपनी के इस फैसले से एयरलाइंस के 22,000 कर्मचारी बेरोगजार हो गए। वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जेट दोबारा शुरू भी हुई तो इस विमानन कंपनी का आकार पहले के मुकाबले आधा या इससे भी कम रहेगा।
आर्थिक संकट से जूझ रही विमान कंपनी जेट एयरवेज के अस्थायी तौर पर बंद होने के बाद जेट एयरवेज के कर्मियों की मदद के लिए विस्तारा एयरलाइंस आगे आया है। पहले स्पाइसजेट और अब विस्तारा ने जेट एयरवेज के कर्मचारियों की मदद करने के लिए हाथ बढ़ाया है। विस्तारा कंपनी ने जेट के 100 पायलटों और 400 क्रू मेंबर्स को अपने यहां नौकरी दी थी।
जेट एयरवेज के परिचालन अस्थाई तौर पर बंद होने के बाद विमानन कंपनी जेट एयरवेज के कर्मचारियों की मुश्किल थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जेट का परिचालन बंद होने के बाद कर्मचारियों को उनकी सैलरी नहीं मिल पा रही है। एयरलाइन के प्रमोटर और इसके कर्जदाता दोनों ही अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। कंपनी के कर्मचारियों को सैलरी के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। वे लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार से इस मामले में दखल देने की मांग कर रहे हैं।