मुंबई। आईटीसी ग्रुप के चेयमैन वाईसी देवेश्वर का शनिवार को 72 साल की उम्र में निधन हो गया। वह कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। जाने माने उद्योगपति एवं आईटीसी कंपनी के चेयरमैन योगेश चंद्र देवेश्वर का शनिवार की सुबह निधन हो गया। देवेश्वर को सिगरेट बनाने वाली कंपनी आईटीसी को एफएमसीजी, हॉस्पिटलिटी, आईटी समेत विभिन्न क्षेत्रों की अग्रणी कंपनी बनाने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने 2017 में कंपनी के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद छोड़ा था। हालांकि, वह अभी भी गैर-कार्यकारी चेयरमैन बने हुए थे।
आईटीसी के प्रबंध निदेशक संजीव पुरी ने एक बयान में कहा - आईटीसी के चेयरमैन वाई.सी.देवेर के निधन पर हम गहरा दुख व्यक्त करते हैं। पुरी ने कहा कि देवेश्वर ने पूरे उत्साह से टिकाउ एवं समावेशी विकास को आगे बढाया तथा वृहतर सामाजिक मूल्य तैयार करने में अग्रणी भूमिका की वकालत की। इसी दृष्टिकोण ने आईटीसी को कारोबार के उस तरीके पर अग्रसर किया जो आज साठ लाख से अधिक लोगों के जीवनयापन में सहायक बना हुआ है। उनके पीछे परिवार में उनकी पत्नी तथा एक बेटा और बेटी हैं। देवेश्वर 1968 में आईटीसी से जुड़े थे और 11 अप्रैल 1984 को निदेशक मंडल में निदेशक बनाये गये थे। वह एक जनवरी 1996 को कंपनी के मुख्य कार्यकारी एवं चेयरमैन बने।
वह देश की किसी भी कंपनी में सबसे लंबे समय तक कार्यकारी अधिकारी बने रहने वाले उद्योगपतियों में से एक हैं। जब 1990 के दशक के मध्य में वह कंपनी का कार्यभार संभाल रहे थे तब आईटीसी का राजस्व 5,200 करोड़ रुपये से कम था तथा कर पूर्व मुनाफा 452 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2017-18 में कंपनी का राजस्व 44,329.77 करोड़ रुपये तथा शुद्ध मुनाफा 11,223.25 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।