नई दिल्ली। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बुधवार को जेट एयरवेज के सात बोइंग 737-800 विमानों का पंजीकरण रद्द करने की घोषणा की। इससे इन विमानों को पट्टे यानी लीज पर देने वाली कंपनियां इन्हें देश से बाहर ले जा सकेंगी और किसी अन्य एयरलाइन को पट्टे पर दे सकेंगी। पिछले कुछ सप्ताह के दौरान पट्टे पर विमान देने वाली कंपनियों को भुगतान नहीं करने की वजह से जेट एयरवेज को अपने कई विमान खड़े करने पड़े हैं।
एयरलाइन के बेड़े में 119 विमान हैं। नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खारोला ने चार अप्रैल को कहा था कि फिलहाल जेट एयरवेज के सिर्फ 26 विमान की उड़ान भर रहे हैं। डीजीसीए ने अपनी वेबसाइट पर डाली सूचना में कहा है कि जिन सात बोइंग विमानों का पंजीकरण रद्द किया गया है वे क्रॉली एविएशन, मार्दल एविएशन, एलनवुड एयरक्राफ्ट लीजिंग, डन्गारवन एयरक्राफ्ट लीजिंग, एल्फिन एयरक्राफ्ट लीजिंग, कार्लो एयरक्राफ्ट लीजिंग और बैलीहाउनिस एयरक्राफ्ट लीजिंग के हैं।