नई दिल्ली। निर्माण क्षेत्र की कंपनी जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (जीआईएल) ने अपने हवाई अड्डा तथा अन्य क्षेत्रों के कारोबारों को अलग-अलग करने की घोषणा की है तथा बताया कि हवाई अड्डा कारोबार में टाटा समूह करीब 20 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगा। जीएमआर ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि टाटा समूह, सिंगापुर की सरकारी निवेश कंपनी जीआईसी और एसएसजी कैपिटल मैनेजमेंट ने जीएमआर के हवाई अड्डा कारोबार में आठ हजार करोड़ रुपए के निवेश के लिए समझौता किया है जिससे जीएमआर एयरपोर्ट लिमिटेड (जीएएल) में उन्हें करीब 45 प्रतिशत हिस्सेदारी मिल जायेगी।
टाटा समूह को लगभग 20 प्रतिशत, जीआईसी को करीब 15 प्रतिशत और एसएसजी को तकरीबन 10 प्रतिशत हिस्सेदारी स्थानांतरित की जायेगी। जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और उसकी सहयोगी कंपनियों की हिस्सेदारी घटकर 54 प्रतिशत रह जायेगी। इस प्रकार जीएएल के प्रबंधन पर उसका नियंत्रण बना रहेगा। जीएमआर ने बताया कि आठ हजार करोड़ रुपये के नये निवेश में एक हजार करोड़ रुपये के बदले अतिरिक्त शेयर जारी किये जायेंगे जबकि सात हजार करोड़ रुपये का इस्तेमाल टाटा, जीआईसी और एसएसजी शेयर के जरिये हिस्सेदारी खरीदने में करेंगी।
जीआईएल ने बताया कि हवाई अड्डा कारोबार के साथ ही ऊर्जा, राजमार्ग, शहरी ढाँचों एवं परिवहन कारोबारों को भी अलग किया जायेगा। इन सभी फैसलों को अभी नियामकीय मंजूरियाँ मिलनी शेष हैं। जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ग्रांधी किरण कुमार ने बताया कि आठ हजार करोड़ रुपए के नये निवेश से कंपनी को ऋण का बोझ कम कर बैलेंसशीट मजबूत करने में मदद मिलेगी।