नई दिल्ली। अफ्रीकी देश इथियोपिया में भारत के सात नागरिकों को बंधक बना लिया गया है। ये सभी कर्ज में फंसी भारतीय कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएल एंड एफएस) के कर्मचारी हैं। इथियोपिया से स्थानीय लोगों ने इन सभी को 25 नवंबर को अगवा कर लिया और इन्हें दो प्रांतों में तीन जगहों पर ले जाकर बंधक बना लिया। आईएल एंड एफएस की एक परियोजना के लिए स्थानीय लोग काम कर रहे थे और अरसे से भुगतान नहीं मिलने से बिफरे हुए थे। बंधकों तक पहुंच बनाने के लिए विदेश मंत्रालय ने इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा स्थित भारतीय दूतावास के जरिए संपर्क साधने का प्रयास शुरू किया है।
दूतावास के अधिकारी वहां इथियोपिया पुलिस के अधिकारियों के मार्फत वार्ता कर रहे हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश से जुड़ी सरकारी क्षेत्र की कंपनी आइएल एंड एफएस का कर्ज संकट शुरू होने के असर के तौर पर यह बड़ा मामला सामने आया है। लगभग 91 हजार करोड़ रुपए के कर्ज से जूझ रही इस कंपनी का प्रबंधन अक्टूबर में भारत सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया।
इस कंपनी ने दुनिया भर में चल रही अपनी परियोजनाओं में भुगतान रोक दिया है। इथियोपिया में हाईवे निर्माण की विभिन्न परियोजनाओं के लिए भी फंड रोक दिया गया है। भारत-स्पेन के संयुक्त उपक्रम के तहत आइएल एंड एफएस वहां हाईवे निर्माण की बड़ी परियोजना पर काम कर रहा था।
भारतीय दूतावास की मामले पर नजर
विदेश मंत्रालय और इथियोपिया में भारतीय दूतावास के अधिकारी पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक इथियोपिया के अधिकारियों और आइएल एंड एफएस प्रबंधन के साथ संपर्क बनाए रखा गया है। पीड़ित कर्मचारियों के परिजनों के मुताबिक, आईएल एंड एफएस के प्रबंधन का कहना है कि रिजर्व बैंक ने कंपनी के फंड भेजने पर रोक लगा रखी है।
कर्मचारी भुगतान नहीं होने से दे रहे थे धमकियां
लोगों के मुताबिक, भुगतान नहीं मिलने के कारण इथियोपिया के कर्मचारी अरसे से धमकियां दे रहे थे। 25 नवंबर को तड़के कर्मचारियों को अगवा कर लिया गया। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने चैतन्य हरी से मिली जानकारी के हवाले से बताया कि बंधक बनाए गए भारतीयों को भोजन, पानी और अन्य जरूरत की वस्तुएं नहीं लेने दी जा रही हैं। बंधक बनाने वाले स्थानीय लोग कह रहे हैं कि जाने दिया गया तो उनका भुगतान कभी नहीं मिलेगा। भारतीय कर्मचारियों को इथियोपिया की तीन अलग-अलग जगहों पर बंधक रखा गया है। कर्मचारियों के परिजनों के ई-मेल के मुताबिक इन सभी को ओरोमिया और अहमरा स्टेट में बंधक बनाया गया है। बंधक बनाए गए कर्मचारियों के हवाले से परिजनों ने अपने ईमेल में कहा है कि काम रोके जाने और भुगतान नहीं किए जाने के बाद वहां के स्थानीय लोग दहशत में आ गए हैं।