रियाद। पत्रकार जमाल खाशोगी की हत्या के मामले में सऊदी के पांच अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई जा सकती है। इस्तांबुल स्थित सऊदी के वाणिज्य दूतावास के भीतर खशोगी की हत्या कर दी गई थी। अभियोजकों ने इस मामले में सीधे तौर पर क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को क्लीनचिट देते हुए कहा है कि वह इसमें शामिल नहीं थे।
अभियोजकों की यह घोषणा काफी मायने रखती है क्योंकि खाशोगी की हत्या को लेकर दुनिया के कई देश सऊदी सरकार पर दबाव बना रहे थे। दरअसल, जमाल वॉशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार होने के साथ-साथ सऊदी शाह के बड़े आलोचक भी थे। उन्हें अपनी शादी के लिए कागजात हासिल करने के लिए आखिरी बार 2 अक्टूबर को वाणिज्य दूतावास में घुसते देखा गया था। सरकारी अभियोजक ने कहा कि खाशोगी को नशीली दवाएं दी गईं और उसके बाद उनकी हत्या कर दी।