रियाद। सऊदी अरब ने कनाडा में अपने सभी चिकित्सा उपचार कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है और कनाडा में इलाज कर रहे मरीजों को वहां दूसरे देशों के अस्पतालों में स्थानांतरित करने में समन्वय कर रहा है। सऊदी अरब की प्रेस एजेंसी ने अमेरिका तथा कनाडा के साथ स्वास्थ्य सेवाओं का जिम्मा संभालने वाले डॉ. फहद बिन इब्राहिम अल तमीमी के हवाले से बुधवार को तड़के यह जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब ने कनाडा के साथ सभी नए व्यापार और निवेश पर भी रोक लगा दी है। सऊदी ने यह कदम कनाडा की उस अपील के बाद उठाया है जिसमें रियाद में गिरफ्तार किए गए नागरिक अधिकार कार्यकर्ता की रिहाई की मांग की गई थी। सऊदी अरब ने कनाडा की इस मांग को उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बताया है।
सऊदी अरब के समर्थन में उतरा मिस्र काहिरा। कनाडा के साथ राजनीतिक विवाद में मिस्र, सऊदी अरब के समर्थन में उतर आया और घरेलू मामलों में विदेशी हस्तक्षेप के खिलाफ खाड़ी देश के साथ 'एकजुटता' प्रकट की। मिस्र के विदेश मंत्रालय ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, 'वह सऊदी अरब और कनाडा के बीच जारी संकट से चिंतित है, जो खाड़ी देशों के आंतरिक मामलों में दखल देने के कुछ अंतरराष्ट्रीय देशों के नकारात्मक प्रवृत्ति का परिणाम है।'
उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब ने गत रविवार को ओटावा से अपने राजदूत को वापस बुला लिया था और रियाद में मौजूद कनाडा के उच्चायुक्त को वापस देश भेज दिया था। इसके साथ सऊदी अरब ने कनाडा के साथ सभी नए व्यापार और निवेश पर भी रोक लगा दी है। सऊदी ने यह कदम कनाडा की उस अपील के बाद उठाया है जिसमें रियाद में गिरफ्तार किए गए नागरिक अधिकार कार्यकर्ता की रिहाई की मांग की गई थी। सऊदी अरब ने कनाडा की इस मांग को उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बताया है।