यरुशलम। इजरायल की सेना खास तौर से गुरिल्ला युद्ध को ध्यान में रखते हुए मेरकाव श्रेणी का नया टैंक विकसित कर रही है। कभी पड़ोसी अरब देशों की पारंपरिक सेनाओं से निपटने के लिए विकसित मेरकाव श्रेणी के टैंकों के नए संस्करण मेरकाव 4 बराक को खास उपकरणों और प्रणालियों से लैस किया जा रहा है। अगले तीन साल में तैयार होने वाले इस टैंक में एक सेंसर प्रणाली लगी होगी जिसकी मदद से कमांडर अपने हेलमेट के भीतर से ही आसपास के क्षेत्र को देख सकेगा।
इसके अलावा टैंक में कृत्रिम बुद्धिमत्ता युक्त कंप्यूटर प्रणाली होगी जो गुरिल्ला युद्ध की स्थिति में बेहतर परिणाम देगी। सेना का कहना है कि टैंक का नया संस्करण दिखाता है कि युद्ध के दौरान पैदा होने वाले खतरों में पहले के मुकाबल बदलाव आया है। सेना के आर्मर्डकोर के प्रमुख ब्रिगेडियर जरनल जी. हासन का कहना है, 'जरूरी नहीं है कि दुश्मन एक राज्य या सेनाएं हों, बल्कि लोगों का इस्तेमाल करने वाला दुश्मन भी हो सकता है।' इजरायल की सेना गाजा सीमा पर लगातार टैंकों का प्रयोग कर रही है।