नई दिल्ली। लाखों रोहिंग्या मुसलमानों को म्यांमार से भागकर बांग्लादेश, भारत समेत कई पड़ोसी देशों में शरण लेने को मजबूर होना पड़ा है। हालांकि इनके साथ एक काला अध्याय भी जुड़ा है। दरअसल, इसी समुदाय के कुछ आतंकियों ने कुछ समय पहले हिंदुओं का नरसंहार किया था। ऐमनेस्टी इंटरनैशनल की रिपोर्ट के मुताबिक आतंकियों ने हत्या करने, गांवों में आग लगाने, प्रताड़ित करने के साथ ही बड़ी संख्या में महिलाओं का रेप भी किया था।
ऐमनेस्टी इंटरनैशनल की रिपोर्ट के मुताबिक जान बचाकर भागने वाली कई हिंदू महिलाओं ने बताया कि 25 अगस्त 2017 को सुबह के करीब 8 बजे रोहिंग्या आतंकियों के समूह (अराकान रोहिंग्या सॉल्वेशन आर्मी, अफरअ) ने अह नॉक खा गांव में हिंदुओं के घरों पर हमला बोल दिया। कुछ आतंकी काले ड्रेस में थे और कुछ सामान्य कपड़ा पहने थे। आतंकियों ने उस समय गांव में मौजूद 69 हिंदू पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को उठा लिया।
काले कपड़ों में थे आतंकी
22 साल की बीना बाला बताती हैं कि वह उन 8 महिलाओं में से एक थीं, जिन्हें आतंकी अगवा कर बांग्लादेश ले गए। उन्होंने बताया, 'सुबह का समय था और मैं उस समय पूजा कर रही थी। वे हमारे घर में घुस आए। उनमें से कुछ काले कपड़ों में थे। मैंने उन्हें पहचान लिया था... वे हमारे गांव के ही थे।'