रूस। रूस के एक सुदूरवर्ती शहर में बिजली पहुंचाने के लिए पहला समुद्री परमाणु संयंत्र पिछले हफ्ते आर्कटिक बंदरगाह मुरमांस्क पहुंच गया है। यह शहर बेरिंग की खाड़ी में स्थित है। इस संयंत्र से जुड़ी कंपनी 'अकादेमिक लोमोनोसोव' ने कहा कि इससे देश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में बिजली उपलब्ध कराने के रास्ते खुल सकते हैं लेकिन पर्यावरण से जुड़ी कंपनियों और कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह कुदरत के लिए काफी नुकसानदायक है और कोई भी दुर्घटना किसी भी भयंकर आपदा को जन्म दे सकती है।
इस संयंत्र को विकसित करने वाली कंपनी रोसातोम का कहना है कि यह परमाणु संयंत्र शनिवार को मुरमांस्क पहुंच गया है और इसे यहां सैंट पीटसबर्ग से लाया गया है। यहां पर इसमें परमाणु इंधन भरा जाएगा और इसके बाद इसे सुदुरवर्ती क्षेत्र छुकोतका के शहर पीवीक ले जाया जाएगा। यह संयंत्र अगले तीन वर्षों तक काम करेगा। रोसातोम का कहना है कि छुकोतका में इस समय 50 हजार से अधिक लोग रह रहे हैं और यह परमाणु संयंत्र उनके लिए काफी कारगर साबित होगा। इसके काम करने से कोयला आधारित बिजली संयंत्र और एक पुराने परमाणु संयंत्र को हटाया जा सकेगा।