बगदाद। संसदीय चुनाव के आधिकारिक नतीजे घोषित होने के 24 घंटे के भीतर इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी और शिया मौलाना मुक्तदा अल-सद्र ने मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद नई सरकार को लेकर दोनों नेताओं के बीच गठबंधन की अटकलें तेज हो गई हैं। संसदीय चुनाव में मौलाना के नेतृत्व वाले गठबंधन को जीत हासिल हुई है, लेकिन वह बहुमत पाने से चूक गए। अब देश में 90 दिनों के भीतर गठबंधन सरकार का गठन होना है जिसके चलते नेताओं में बातचीत का दौर शुरू हो गया है।
मौलाना सद्र से मुलाकात के बाद आब्दी ने कहा, 'हमने एक-दूसरे और अन्य पार्टियों के साथ मिलकर नई सरकार के गठन के लिए प्रयास तेज करने का निर्णय लिया है। देश की अगली सरकार जनता को सुरक्षा के साथ समृद्धि की ओर ले जाएगी।' उल्लेखनीय है कि आब्दी अमेरिका और ईरान दोनों से संतुलित रिश्ते रखने वाले नेता के रूप में जाने जाते हैं।
जबकि सद्र इन दोनों ही देशों के विरोधी हैं और खुद को राष्ट्रवादी बताते हैं। वामपंथी दलों के साथ मिलकर बने उनके गठबंधन को चुनाव में 54 सीटें मिली हैं। बावजूद इसके वह खुद प्रधानमंत्री नहीं बन सकते क्योंकि उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन वह किंग मेकर की भूमिका जरूर निभा सकते हैं। प्रधानमंत्री आब्दी 42 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। ईरान के करीबी हादी अल-अमीरी के नेतृत्व वाला गठबंधन 47 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रहा। संभावना जताई जा रही है कि गठबंधन होने पर आब्दी दोबारा प्रधानमंत्री का पद संभाल सकते हैं।