वॉशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश के उपराष्ट्रपति रहे डिक चेनी के चीफ आॅफ स्टाफ रहे लुइस को एक खुफिया एजेंट की पहचान उजागर करने आरोप से क्षमादान दे दिया है। लुइस 2001-05 के दौरान उपराष्ट्रपति के चीफ आॅफ स्टाफ थे। ट्रंप ने कहा मैं मिस्टर लिब्बी को नहीं जानता, लेकिन कई वर्षों से सुन रहा हूं कि उनके साथ गलत हुआ है। उम्मीद है कि इस पूर्ण क्षमादान से उनके जीवन के इस दुखद भाग को ठीक करने में मदद मिलेगी। वर्ष 2007 में लिब्बी को झूठी गवाही और न्याय में बाधा पहुंचाने का दोषी पाया गया था।
जूरी ने यह तय किया कि जॉर्ज डब्ल्यू. बुश के प्रशासन में कार्यरत इस अधिकारी ने सीआईए एजेंट वालेरी प्लेम के बारे में संवाददाताओं से हुई बातचीत के संदर्भ में जांचकर्ताओं से झूठ बोला। सीआईए एजेंट का नाम उस समय प्रेस में प्रकाशित हो गया, जब उनके पति एवं पूर्व अमेरिकी राजनयिक जोसेफ विल्सन ने एक लेख में इराक के खिलाफ युद्ध शुरू करने को लेकर बुश प्रशासन की आलोचना की थी। लिब्बी को 30 महीने के कारावास की सजा सुनाई गई थी। हालांकि बुश ने उनकी सजा कम कर दी थी। व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया है कि लिब्बी ने जुर्माना भरा था।