शिवमोग्गा। भारतीय डाक विभाग अब पार्सल, चिट्ठियों एवं जरूरी दस्तावेजों को आॅनलाइन बुकिंग करके ग्राहक के घर से उठाने और सबसे कम समय में उसके मुकाम तक पहुंचाने की सेवा शुरू करने जा रहा है। डिजीटल इंडिया अभियान से जुड़कर भारतीय डाक अब उन्हीं देशी-विदेशी कूरियर कंपनियों को मात देने जा रही है जिन्होंने ग्लैमरस मार्केटिंग हथकंडों से बाजfर में उसे हाशिये पर धकेल दिया था। संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने कर्नाटक में भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के पहले 4 जी मोबाइल टावर का लोकार्पण करने के मौके पर भारतीय डाक की 'क्लिक एंड बुक' प्रणाली का भी शुभारंभ किया। इस मौके पर सिन्हा ने कहा कि बीएसएनएल ने पिछले तीन साल में 1600 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाएं आरंभ की हैं। भारत नेट परियोजना के माध्यम से राज्य की सभी छह हजार ग्राम पंचायतों को परियोजना के प्रथम चरण में ही आॅप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में 1921 थ्री जी बीटीएस लगाए गए हैं और सभी तीन हजार एक्सेस प्वाइंटों पर वाई फाई सेवा शुरू की गयी है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बीएसएनएल के संचार सिगनल उन्नयन अभियान के तहत राज्य में करीब 534 4-जी टॉवर लगाए जा रहे हैं और 3-जी टॉवरों का उन्नयन किया जा रहा है। इस काम को छह माह के भीतर ही पूरा किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार कर्नाटक की राजधानी बेंगलूर के दक्षिणी हिस्से के चुनींदा डाकघरों में इस योजना को प्रायोगिक आधार पर शुरू किया जा रहा है और उसकी सफलता के बाद देशभर में इसे लागू किया जाएगा।
सूत्रों ने दावा किया कि डाक विभाग के जैसी आधुनिक डिजीटल प्रणाली किसी भी करियर सेवा ने नहीं किया है। उन्होंने बताया कि इस प्रणाली में कोई भी व्यक्ति अपने कंप्यूटर, मोबाइल, टैबलेट या लैपटॉप से इंडियापोस्ट की वेबसाइट पर स्पीड पोस्ट या पंजीकृत डाक बुक करेगा और उसमें डाक या पार्सल को घर से उठाने के विकल्प पर टिक करके अपना पता और डाक या पार्सल लेने का समय अंकित करेगा। इसके साथ ही वह पोर्टल पर ही भुगतान कर देगा। इसके साथ ही एक बार कोड भी तैयार हो जाएगा।