चेन्नई। त्रिपुरा में व्लादीमिर लेनिन की प्रतिमा तोड़े जाने के बाद से ही देश भर में एक अलग तरह का माहौल बनता नजर आ रहा है। इसके बाद देश के अलग-अलग स्थानों पर आंबेडकर की प्रतिमा, श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा और महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ भी खिलवाड़ किया गया है। इसी के तहत मंगलवार देर रात को तमिलनाडु के वेल्लोर में पेरियार की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की खबरें सामने आई और यहां तनाव की स्थिति बनी गई। इस घटना का हर तरफ विरोध हो रहा है लेकिन इसी बीच चेन्नई के ट्रिप्लिकेन में आठ ब्राह्मणों के जनेऊ जबरदस्ती काटने का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक, राजधानी के ट्रिप्लिकेन इलाके में आठ-दस बाइक सवारों ने 8 ब्राह्मणों के जनेऊ को जबरदस्ती काट दिया और मौके से फरार हो गए। पेरियार ने जीवन भर ब्राह्मण विरोध, राम विरोध, और आस्तिकता के विरोध की राजनीति की। उनका मानना था कि ये तर्कवाद या नास्तिकता के लिए खतरा है। जनेऊ काटने की घटना को पेरियार के तर्कवाद को बढ़ावा देने वाला और आस्तिकता पर हमला माना जा रहा है।