नयी दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदम्बरम के बेटे कार्ति चिदम्बरम ने आईएनएक्स मीडिया मामले में प्रवर्तन निदेशालय के समन आदेश को निरस्त करने को लेकर सोमवार को नई याचिका दायर की, जिस पर कल यानि मंगलवा को सुनवाई हो सकती है। कार्ति ने शीर्ष न्यायालय की 23 फरवरी की सलाह पर अमल करते हुए यह नई याचिका दायर की है।
मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने गत 23 फरवरी को सुनवाई करते हुए कार्ति को राहत देने से इनकार कर दिया था, क्योंकि उन्होंने सीबीआई से जुड़े मामले में ही ईडी के समन आदेश को लेकर हस्तक्षेप अर्जी दाखिल की थी। सीबीआई के वकील ने इसका यह कहते हुए विरोध किया था कि सीबीआई और ईडी का मामला अलग-अलग है।
रविवार को कार्ति चिंदबरम और इंद्राणी मुखर्जी दोनो को आमने-सामने बिठाकर लगभग 4 घंटे पूछताछ की गई। जिसमें इंद्राणी मुखर्जी ने एक बार फिर से अपनी बात दोहराते हुए कहा कि कार्ति ने उनसे घूस की मांग की थी और उन्होंने दी भी। हालांकि पूछताछ के बाद दिल्ली वापस लाए जाने के दौरान एयरपोर्ट पर मीडिया से कार्ति ने कहा कि उनपर लगाए गये सारे इल्जाम झूठे और राजनीतिक हैं।
वहीं ED (प्रवर्तन निदेशालय) के अधिकारियों ने दावा करते हुए कहा है कि कार्ति ने एक नेता के बैंक अकाउंट में 1.8 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं। अधिकारियों के मुताबिक 16 जनवरी 2006 से लेकर सितंबर 2009 के बीच उस नेता को 5 किस्तों में पैसे ट्रांसफर किए गए।
अधिकारियों के मुताबिक जिस शख्स को रुपए ट्रांसफर किए गए हैं वह एक कद्दावर नेता हैं और केंद्र सरकार में बहुत ही अहम जिम्मेदारियों को भी निभाया है। हालांकि अधिकारी ने नेता की पहचान जाहिर करने से मना कर दिया क्योंकी इससे जांच प्रभावित हो सकती है।