नई दिल्ली। वायुसेना में हथियार प्रणाली शाखा (वेपन सिस्टम ब्रांच) की स्थापना के लिए केंद्र सरकार की मंजूरी मिल गई है। बुधवार को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी ने कहा कि मिसाइलों, ड्रोन और अंतरिक्ष-आधारित प्रणालियों को संभालने के लिए अगले साल 'हथियार प्रणाली अधिकारी' नियुक्त किए जाएंगे। वायुसेना की इस नई ब्रांच के लिए एएफसीएटी परीक्षा कुछ सप्ताह पहले आयोजित की गई थी। वायुसेना प्रमुख के मुताबिक, 33 अधिकारी कैडेट्स का पहला बैच 2024 में अकादमी में शामिल होगा।
अगले साल के अंत में कैडेट्स को वेपन सिस्टम ब्रांच के अधिकारियों के रूप में कमीशन प्राप्त होगा।बुधवार को इस संदर्भ में जानकारी देते हुए वायुसेना प्रमुख ने बताया कि कुल 155 महिला अग्निवीर बेलगाम में भारतीय वायुसेना के प्रशिक्षण केंद्र में ट्रेनिंग ले रही हैं। वहीं फाइटर ब्रांच में 17 महिला अधिकारी हैं।गौरतलब है कि अभी तक वायुसेना में तीन ब्रांच का परिचालन है। इनमें वायुसेना की फ्लाइंग ब्रांच, टेक्निकल ब्रांच और ग्राउंड ड्यूटीज ब्रांच शामिल है। अब यह प्रथम अवसर है जबकि वायुसेना में चौथी परिचालन शाखा का गठन होने जा रहा है।
वायुसेना के मुताबिक, यह परिचालन शाखा विमानों में हथियार प्रणाली का संचालन करेगी। इस नई परिचालन शाखा की भी चार सब स्ट्रीम बनाई गई हैं, जनमें सरफेस, फ्लाइंग, इंटेलीजेंस व रिमोट स्ट्रीम शामिल हैं। वेपन सिस्टम ब्रांच की फ्लाइंग स्ट्रीम ट्विन-सीट या मल्टी-क्रू एयरक्राफ्ट में सिस्टम ऑपरेटर शामिल होंगे। इसके अलावा रिमोट स्ट्रीम पायलट रहित विमानों व ड्रोन के लिए समर्पित होगी। वहीं इंटेलिजेंस सब-स्ट्रीम में खुफिया जानकारियों का विश्लेषण, इंफॉर्मेशन वारफेयर स्पेशलिस्ट और रिमोट-पायलट एयरक्राफ्ट और स्पेस-बेस्ड सिस्टम के लिए सिग्नल इंटेलिजेंस ऑपरेटर होंगे।वायुसेना अधिकारियों का कहना है कि सरफेस स्ट्रीम सतह से हवा में मार करने वाले हथियारों और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के लिए कमांडरों और ऑपरेटरों को नियुक्त करेंगी।