नई दिल्ली। भाजपा सांसदों द्वारा राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी स्कूलों का दौरा कर वहां के दयनीय हालात दिखाने के एक दिन बाद मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया और इसे झूठा बताया। भाजपा के आठ सांसदों ने सोमवार को दिल्ली के स्कूलों का दौरा किया था। मीडिया से बातचीत में आम आदमी पार्टी (आप) के दोनों नेताओं ने उन्हीं स्कूलों का वीडियो दिखाया, जहां सांसद गए थे और कहा कि भाजपा के सांसदों ने स्कूलों की पूरी तस्वीर नहीं दिखाई।
उन्होंने सांसद गौतम गंभीर की एक इमारत दिखाने पर आलोचना की और कहा कि यह इमारत अक्टूबर 2019 से ही नवीकरण के लिए काम में नहीं लाई जा रही है और यह बंद है। उन्होंने कहा कि सांसद प्रवेश वर्मा ने पुरानी इमारत को वीडियो में दिखाया, जबकि नई इमारत को नहीं दिखाया गया है।
केजरीवाल ने कहा, 'हमने शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐसी क्रांति लाई है कि दुनिया भर के लोग हमारे बारे में बात कर रहे हैं। मुझे बहुत दुख हुआ जब (पूर्व भाजपा अध्यक्ष) अमित शाह ने दिल्ली शिक्षा मॉडल पर सवाल उठाए और छात्रों का मजाक उड़ाया।'
उन्होंने कहा कि दिल्ली में 1,000 से अधिक स्कूल हैं, लेकिन शाह और उनके सांसदों को केवल आठ स्कूल ही मिले। सिसोदिया ने कहा कि भाजपा सांसदों ने शाह को जो रिपोर्ट दी थी, वह झूठी थी। सिसोदिया ने पूर्व क्रिकेटर गंभीर पर एक कटाक्ष करते हुए कहा, 'गंभीर ने एक स्कूल दिखाया, जहां रेनोवेशन का काम चल रहा है। हो सकता है कि वह जलेबियां खाने में व्यस्त रहे हों और उन्हें मुख्य द्वार पर लगा नोटिस नहीं दिखा हो।'