मुंबई। हाल ही में पद्म पुरुस्कारों की घोषणा की गई।केन्द्र सरकार ने जैसे ही साल 2020 के इन पुरुस्कारों से सम्मानित किये जाने वाले सितारों के नाम जाहिर किये तभी से सोशल मीडिया पर बवाल देखने को मिल रहा है। दरअसल ये चर्चा अदनान सामी को मिलने वाले पद्मश्री को लेकर हो रही है। अदनान सामी ने चार साल पहले ही भारतीय नागरिकता ली है तो वही दूसरी तरफ उनका आखिरी गाने को रिलीज हुए पांच साल हो चुके है।ऐसे में लोगों का सवाल है कि अदनान को किस वाक्य से इस पुरुस्कार सम्मानित किया जा रहा है।
इस पर सिनेमाई लोग कम लेकिन राजनीतिक नेता ज्यादा प्रतिक्रिया दे रहे है।पिछले दिनो ही कांग्रेसी नेताओं ने जमकर अदनान पर निशाना साधा तो वही कांग्रेसी प्रवक्ता नेता जयवीर और अदनान के के बीच में जुबानी जंग भी देखने को मिली।अब कांग्रेस के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती भी इस जंग में छलांग लगा चुकी है।और उन्होनें अदनान को टारगेट करते हुए पीएम मोदी से सवाल किया तो वही नागिरकता संशोधन का मुद्दा भी उठाया।
दरअसल मायावती ने ट्वीट किया जिसमें उन्होनें लिखा कि- 'पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान सामी को जब बीजेपी सरकार नागरिकता व पद्मश्री से भी सम्मानित कर सकती है तो फिर जुल्म-ज्यादती के शिकार पाकिस्तानी मुसलमानों को वहाँ के हिन्दू, सिख, ईसाई आदि की तरह यहाँ CAA के तहत पनाह क्यों नहीं दे सकती है? अतः केन्द्र CAA पर पुनर्विचार करे तो बेहतर होगा।'
अब इस ट्वीट की लगातर चर्चा हो रही है जिससे ये तो साफ है कि मायावती पूरी तरह से सरकार को इस बिल के लाने पर टारगेट कर रही है।हालाकि बाद अदनान की करें तो वो अपनी हर एक ट्रोलिंग का जबाव दे रहे है और इसी के साथ उन्होनें हाल ही में पुरुस्कारों में अपना नाम आने पर भी धन्यवाद नोट लिखा जिसमें अदनान लिखते है कि मैं खुश और सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि मुझे एक बड़े पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मैं लोगों का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे और मेरे संगीत को पसंद किया। मैं भारत सरकार को भी शुक्रिया कहना चाहूंगा। यह पुरस्कार मेरे और मेरे परिवार के लिए गर्व की बात है।