मॉस्कों। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को घोषणा की कि वह ईरानी तट से सटे हरमूज जलडमरूमध्य में समुद्री लुटेरों के खतरे से निपटने के लिए ‘एंटी पायरेसी यूनिट’ भेजेगा। यूनिट के सुरक्षा बल स्वतंत्र रूप से कार्य करेंगे और अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा नहीं होंगे। योनहैप समाचार एजेंसी के अनुसार दक्षिण कोरिया ने पश्चिम एशिया में जारी तनाव और अमेरिकी सैन्य अधिकारियों के साथ चर्चा के मद्देनजर यह निर्णय लिया है।
एजेंसी ने बताया कि चेओंघाई यूनिट को मंगलवार को हरमूज जलडमरूमध्य में तैनात किया जाएगा जिसमें 300 सैन्यकर्मी शामिल हैं। यह इकाई पहले सोमालिया के तट से दूर अदन की खाड़ी में तैनात थी। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति को देखते हुए सरकार ने हमारे लोगों की सुरक्षा और जहाजों के नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए चेओंघाई यूनिट की गतिविधि के क्षेत्र में अस्थायी रूप से विस्तार करने का फैसला किया है।
एजेंसी ने बताया कि लगभग 170 दक्षिण कोरियाई जहाज हरमूज जलडमरूमध्य के रास्ते कुल 900 यात्राएं करते हैं। ओमान की खाड़ी और हरमूज जलडमरूमध्य के बीच पिछले साल अमेरिका ने वाणिज्यिक जहाजों के सुरक्षित समुद्री मार्ग को सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र में एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन का आहृान किया।