बेलूर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि विपक्षी दल नागरिकता संशोधन कानून को समझने के लिए राजी नहीं हैं। मोदी ने रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ में अपने संबोधन के दौरान युवकों से सीएए के पक्ष में जागरुकता फैलाने के लिए आगे आने का आव्हान करते हुए कहा,‘‘विपक्ष दल नागरिकता संशोधन कानून को समझने के लिए तैयार नहीं हैं।’’ उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कि सीएए किसी की नागरिकता लेने वाला नहीं बल्कि नागरिकता देने वाला है, कहा,‘‘महात्मा गांधी और अन्य महान नेताओं का यह मानना था कि भारत को पाकिस्तान में धार्मिक आधार पर उत्पीड़ति किये गये लोगों को नागरिकता देनी चाहिए।’’
इसके पहले कल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजभवन में मोदी से मुलाकात करने के बाद कहा कि सीएए के संबंध में केन्द्र की अधिसूचना मात्र कागजों पर रह जायेगी। बनर्जी ने कहा,‘‘ मैं आपको बता देना चाहती हूं कि सीएए को लेकर केन्द्र की अधिसूचना कागज पर ही रह जायेगी। हम कम से कम इसे बंगाल में लागू नहीं होने देंगे। लोकतंत्र में धर्म और जाति के आधार पर कुछ भी नहीं करना चाहिए। यह अमानवीय और गैरकानूनी है। ’’ इस बीच मोदी के खिलाफ आज भी प्रदर्शन हुए। राज्य और शहर के कई इलाकों में सैकड़ों छात्र कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और ‘गो बैक मोदी ’ के नारे लगाये।