नई दिल्ली। नौसेना के लिए देश में ही बनाये गये हल्के लड़ाकू विमान तेजस ने आज विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य पर सफलतापूर्वक उतरने के साथ ही इतिहास रच दिया। लंबे समय तक चले गहन परीक्षणों के बाद तेजस ने आज सुबह दस बजकर दो मिनट पर विक्रमादित्य पर सफल लैडिंग की। यह तेजस की विक्रमादित्य पर पहली लैडिंग है। नौसेना के लिए तेजस को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने तैयार किया है। यह सफलता नौसेना की मारक क्षमता बढाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
तेजस की लैडिंग कमोडोर जयदीप मावलंकर ने करायी। कैप्टन दहिया लैडिंग सेफ्टी अफसर और कमांडर विवेक पांडे विमानवाहक पोत पर टेस्ट डायरेक्टर के तौर पर तैनात थे। ग्रुप कैप्टन कबदवाल और कमांडर अंकुर जैन टेलीमिट्री के माध्यम से विमान पर निकट से नजर बनाये हुए थे। डीआरडीओ के अध्यक्ष डा जी सतीश रेड्डी ने इस सफलता के लिए डीआरडीओ, एरोनाटिकल डिवलपमेंट एजेन्सी, नौसेना, हिन्दुस्तान ऐरोनाटिक्स लिमिटेड, वैज्ञानिक और औद्योगिकी अनुसंधान परिषद तथा परियोजना से जुड़े अन्य वैज्ञानिकों को बधाई दी है।