नई दिल्ली। आज से नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा से गुजरने वाली चार पहिया वाहन पर FASTag लगाना अनिवार्य हो गया है। हालांकि केंद्र सरकार ने अभी तक सभी वाहनों के आरएफआईडी आधारित फास्टैग जारी न हो पाने के कारण थोड़ी राहत दी है। फिलहाल टोल प्लाजा पर 100 फीसदी के बजाय 75 फीसदी टोल लेन पर ही इलेक्ट्रानिक टोल कलेक्शन (ईटीसी) के जरिये फास्टैग से शुल्क काटा जाएगा। शेष 25 फीसदी लेन पर वाहन मैनुअल तरीके से टोल चुकाकर यात्रा कर पाएंगे।
लोगों की सहूलियत के लिए सरकार ने फास्टैग लागू करने की तारीख बढ़ाकर 15 दिसंबर कर दिया था। अब यह योजना आज 12 बजे रात के बाद लागू हो जाएगी। सरकार ने नेशनल हाइवे पर मौजूद टोल बूथों पर FASTag को अनिवार्य कर रही है।
इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) का इस्तेमाल होता है। एक बार अगर आपका FASTag एक्टिव हो जाएगा तो आप इसे गाड़ी के शीशे पर लगा सकते हैं। इसके बाद टॉल प्लाजा पर पहुंचने पर खुद ही नैशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पेमेंट वॉलेट से लिंक किए हुए आपके बैंक अकाउंट से टोल का पैसा कट जाएगा।
देशभर के नैशनल हाइवे के टोल प्लाजा सभी लेन इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन इंफ्रास्ट्रक्चर से लैस होंगे। यह भी खबर थी कि अगर आप टोल प्लाजा पर FASTag लेन पर गए और आपका FASTag एक्टिव नहीं हुआ है तो आपको तय रेट से ज्यादा टोल फीस का भुगतान करना होगा।
FASTag के फायदे
सरकार का कहना है कि इससे टोल प्लाजा पर लंबी लाइनों और ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा। साथ ही प्रदूषण में भी कमी होगी। क्योंकि जब गाड़ियां कम समय के लिए टोल पर रुकेंगी तो उनका ईंधन कम जलेगा और इससे प्रदूषण में भी कमी होगी। इसके अलावा कई तय टोल के हिसाब से वाहन चालक के पास कई बार खुल्ले रुपए नहीं होते जिससे लोगों का काफी टाइम खराब होता है। लेकिन अब डिजिटल पेमेंट होने के कारण टोल प्लाजा पर यातायात सुचारू हो जाएगा।
कैसे ले सकते हैं FASTag
किसी भी सरकारी बैंक से फास्टैग स्टीकर ऑफलाइन या ऑनलाइन आवेदन करके भी फास्टैग मंगवाया जा सकता है। अपनी कार, जीप और वैन के लिए आप ऑनलाइन अमेजन, SBI, ICICI, HDFC Axis बैंक और पैटीम बैंक और IDFC फर्स्ट बैंक से भी ले सकते हैं।