नई दिल्ली। राजस्थान के चैमू शहर पुलिस थाने में शनिवार सवेरे 11 बजे उस समय हडकंप मच गया, जब थाने में सूचना मिली कि वार्ड 8 केशव नगर के पास स्थित एक निजी प्लॉट में बने त्रिभुवनेश्वर शिव हनुमान मंदिर में किसी ने भगवान हनुमानजी की मूर्ति को खंडित कर दिया। पुलिस ने मूर्ति तोड़ने वाले आरोपी को दबोच लिया है हालांकि इस संदर्भ में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।
पुलिस को मूर्ति तोड़ने की सूचना मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची। मामले को गंभीर मानते हुए डीसीपी कावेंद्र सिंह सागर, थानाधिकारी हेमराज सिंह गुर्जर, एसीपी फूलचंद मीणा भी मौके पर पहुंचे। पुलिस के आलाधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस ने डॉग स्क्वायड की मदद से महज 2 घंटे में ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
आरोपी युवक बोदू राम ने पूछताछ में बताया कि वह पिछले माह से हनुमान जी के मंदिर में सेवा पूजा कर रहा था लेकिन हनुमान जी ने उसकी सुनी नहीं। उसका एक भी काम सिद्ध नहीं हुआ। आरोपी युवक बोदू राम ने पूछताछ में बताया कि वह अपने दादा के कहने पर मंदिर में रोज पूजा-अर्चना करने के लिए जा रहा था। युवक ने हनुमान जी से 3 माह में अपनी शादी कराने की मन्नत मांगी थी लेकिन मन्नत पूरी नहीं हुई तो आज गुस्सा आ गया और मूर्ति को सुबह-सुबह लोहे के सरिए से तोड़ दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद चुपचाप अपने घर में आकर सो गया। इस पूरे मामले की जांच कर रहे पुलिस इंस्पेक्टर बेगाराम ने बताया कि फिलहाल इस पूरे मसले को लेकर किसी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।
मूर्ति तोड़ने के आरोप में पकड़े गए युवक ने पुलिस को बताया कि उसके दादा रामप्रकाश, जो मंदिर के पुजारी है, उन्होंने उससे कहा था कि 3 माह सच्ची श्रद्धा से हनुमानजी की पूजा करो और नाक रगड़ो, भगवान हर इच्छा पूरी कर देंगे। उनके बतायानुसार उसने अपनी शादी तीन माह में हो जाने की कामना करते हुए तीन महीने तक हनुमानजी की सच्ची श्रद्धा के साथ पूजा अर्चना की और नाक रगड़ी। मगर हनुमानजी ने न तो शादी करवाई और न ही अन्य काम करवाया। इससे वह नाराज होकर सवेरे मंदिर में जाकर हनुमानजी की मूर्ति को तोड़ दी।