लाहौर। पाकिस्तान के एक अस्पताल में हंगामा और तोड़फोड़ करने वाले सैकड़ों वकीलों ने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन और शहर प्रशासन के बीच वार्ता के असफल हो जाने के बाद गुरुवार को यहां विरोध प्रदर्शन किया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लाहौर के वकीलों का कहना है कि पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी (पीआईसी) में कल की घटना के दौरान पुलिस ने उन्हें यातना दी और गैरकानूनी ढंग से गिरफ्तार किया। वकीलों ने कहा है कि उनके एक साथी के साथ बुधवार को अस्पताल में डॉक्टरों ने मारपीट की थी।
सिटी पुलिस प्रमुख के अनुसार वकीलों ने इस घटना का दावा करते हुए कल पीआईसी की खिड़की के शीशे, दरवाजे और उपकरण तोड़ दिए और कई वाहनों में आग भी लगा दी। इसी तरह के आक्रमक प्रदर्शन आज इस्लामाबाद में भी देखा गया। पाकिस्तान बार काउंसिल के उपाध्यक्ष सईद अमजद शाह ने इस तरह के आरोपों से इन्कार किया और कहा कि इस तोड़फोड़ के लिए वकील जिम्मेदार नहीं हैं। बार काउंसिल ने शहर के अधिकारियों के साथ दो घंटे की लंबी बातचीत की लेकिन यह असफल रही। ऑल इम्पलॉयी पीआईएमएस रेस्टोरेशन मूवमेंट (एईपीआरएम) के प्रवक्ता डॉ. असफंदरयार ने कहा, ‘‘एईपीआरएम ने तथाकथित वकीलों द्वारा पीआईसी में किए गए हमले की कड़ी ंिनदा की हैं।
उन्होंने कहा कि हम पीआईसी के अपने भाई एवं बहनों के साथ खड़े हैं और मामले में पंजाब सरकार की लापरवाही की निंदा करते हैं, जो चिकित्सकों की सुरक्षा बढ़ाने में विफल रही है।’’ कल तोड़फोड़ की घटना के दौरान जब प्रांतीय सूचना मंत्री फैयाज-उल-हसन चौहान मौके पर पहुंचे और वकीलों से बातचीत की कोशिश की तब उग्र भीड़ ने उन पर भी हमला कर दिया। इसके तुरंत बाद तत्काल बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने पार्लियामेंट क आपातकालीन सत्र बुलाया। श्री खान ने हिंसक झड़प के तत्काल रिपोर्ट मांगी है।