शाहजहांपुर। पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर लगे यौन शोषण के आरोप के मामले में विशेष जांच दल 23 सितंबर को उच्च न्यायालय में जांच की स्टेटस रिपोर्ट पेश करेंगी।एसआईटी जांच का नेतृत्व कर रहे पुलिस महानिरीक्षक नवीन अरोड़ा ने संवाददाताओं को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 23 सितंबर वह इस प्रकरण की जांच की स्टेटस रिपोर्ट पेश करेंगे। एसआईटी ने साफ कर दिया है कि जांच पूरी होने तक और पुख्ता सबूत होने के बाद ही इस मामले में गिरफ्तारी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि अभी तक इस मामले में किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि वह पूरे धैर्य के साथ हर पहलू पर गहनता से जांच कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि मीडिया ट्रायल से डिफेंस मजबूत हो रहा है।
एसआईटी ने मीडिया से अनुरोध किया है कि इस मामले का मीडिया ट्रायल ना करें। रोड़ा ने कहा कि एसआईटी को अपनी जांच करने दें। उनका कहना है कि मीडिया ट्रायल को लेकर वह प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया में शिकायत करेंगे। गौरतलब है कि स्वामी चिन्मयानंद पर लॉ कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। जिसके बाद छात्रा लापता हो गई थी। छात्रा के लापता होने में स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया गया था।
दूसरी ओर स्वामी चिन्मयानंद के वकील ने करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में पीड़तिा और उसके दोस्तों का नाम सामने आया था। इस मामले में भी एक मुकदमा दर्ज है। एसआईटी दोनों ही मामले में गहनता से जांच कर रही है। एसआईटी का कहना है कि उनकी फॉरेंसिक टीम, लीगल एक्सपर्ट टीम, और जांच टीम पूरे मामले में गहनता से जांच कर रहे हैं। जिसकी रिपोर्ट वह उच्च न्यायालय को सौंपेंगे। छात्रा ने एसआईटी पर गंभीर आरोप लगाते हुए चिन्मयानंद के खिलाफ मामला दर्ज करने में देरी पर सवाल उठाये। छात्रा की मांग है कि स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ गिरफ्तार दर्ज कराई जाय।