नई दिल्ली। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रूस की सरकारी तेल कंपनी रोजनेफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इगोर इवानोविच सेचिन के साथ मंगलवार को मुलाकात की और रूस से तेल आयात बढ़ाने की संभावना पर चर्चा की। सऊदी अरब में सरकारी तेल कंपनी सऊदी अरामको के संयंत्रों पर पिछले सप्ताह हुये हमलों के मद्देनजर प्रधान और सेचिन की मुलाकात महत्त्वपूर्ण है। अरामको के संयंत्रों पर हुये हमलों के बाद कंपनी के दैनिक तेल उत्पादन में 57 लाख बैरल की कमी आयी है और आपूर्ति पूरी तरह बहाल होने में कई महीने का समय लगने का अनुमान है। इस हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत अचानक 10 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गयी है।
प्रधान ने यहाँ एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं के प्रश्न के उत्तर में कहा ‘‘कीमत बढ़ने से भारतीय बाजार में चिंता पैदा होना स्वाभाविक है। हमें वास्तविकता को स्वीकार करना होगा। ...हमारे तेल आयात के स्रोत में विविधता है। मैंने आज सुबह ही रूस के पूर्व उप प्रधानमंत्री तथा रोजनेफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इगोर इवानोविच सेचिन से मुलाकात की। हमने रूस से तेल आयात के बारे विस्तार से चर्चा की। हम दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों से कच्चे तेल का आयात कर रहे हैं।’’ उल्लेखनीय है कि भारत का रूस से मौजूदा आयात बहुत कम है। पिछले वित्त वर्ष में रूस से मात्र 2,219.4 टन पेट्रोलियम तेल का आयात किया गया था।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि प्रधान और सेचिन के बीच मुलाकात के दौरान सऊदी अरामको के संयंत्रों पर हुये हमलों के बाद उत्पन्न स्थिति और रूस से तेल आयात बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा हुई। रोजनेफ्ट के शीर्ष अधिकारी ने संकेत दिया कि उनकी कंपनी भारतीय कंपनियों के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार है ताकि भारत की ऊर्जा सुरक्षा और पुख्ता की जा सके। हालाँकि सहयोग बढ़ाने से पहले कराधान से जुड़े कुछ मुद्दों पर वित्त मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श की आवश्यकता होगी।
प्रधान ने कहा कि सऊदी अरब की घटना से वैश्विक तेल बाजार में एक नयी परिस्थिति पैदा हुई है। भारत इस पूरी स्थिति पर नजर रखे हुये है। उन्होंने कहा ‘‘सऊदी अरामको के अधिकारियों से हमारी तेल विपणन कंपनियों के अधिकारियों की चर्चा हुई है। कूटनीतिक स्तर पर भी हमने सऊदी अरब की सरकार से बात की है। भारत के राजदूत निरंतर सऊदी अधिकारियों से वार्ता कर रहे हैं।’’ पेट्रोलियम मंत्री ने बताया कि सऊदी अरामको के साथ दीर्घकालीन संधि के तहत सितंबर महीने में भारतीय कंपनियों को जितना कच्चा तेल मिलना था, उसमें आधे से ज्यादा हम ले चुके हैं। इस घटना के बाद भी हमें वहाँ से तेल मिल रहा है। हमने कल सोमवार को और आज मंगलवार को भी वहाँ से तेल लिया है।