ढाका। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि बंगलादेश के विकास के लिए भारत उसे हरसंभव मदद देगा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दक्षिण एशिया में इस तरह के सहयोग को रोल माडल सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जयशंकर ने बंगलादेश के विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमेन के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से कहा,‘‘ बंगलादेश के साथ हमारी मित्रता इस बात का उदाहरण है कि पड़ोसी आपस में एक साथ मिलकर क्या कर सकते हैं। हम एक सहयोगी के तौर पर काम करते हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बात को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि इस तरह की सहभागिता दक्षिण एशिया में एक रोल माडल बन जाए।’’ उन्होंने कहा कि आपसी संबंध सामरिक साझेदारी से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हैं और हमारा मानना है कि जब बात सुरक्षा की आती है तो अपराधों, आतंकवाद तथा अतिवाद के खिलाफ सहयोगात्मक सुधार से दोनों देशों के लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर फायदा होगा।
बंगलादेश का एक घनिष्ठ सहयोगी होने के नाते भारत उसकी हर सभव मदद करेगा। जयशंकर ने कहा,‘‘ बंगलादेश का विकासात्मक सहयोगी बनकर हमें गर्व है और बंगलादेश के विकासात्मक एजेंडे को लागू करने के लिए हम उसे हर संभव सहायता देना चाहते हैं।’’ जल बंटवारे के मसले पर उन्होंने कहा कि दोनों देश 54 नदियों से जल बंटवारे के मसले पर एक आपसी स्वीकार्य फार्मूले पर काम कर रहे हैं और जहां से भी शुरुआत होगी हम इसके लिए तैयार हैं। जयशंकर ने तीस्ता नदी के पानी के बंटवारे से जुड़े एक सवाल पर कहा,‘‘ इस मामले में हमारा एक रूख है और आप उससे वाकिफ हैं तथा इस पर हमारी जो प्रतिबद्धता है उसमें कोई बदलाव नहीं होगा।’’ ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग के मसले पर उन्होंने कहा कि दोनों देशों की एक-दूसरे की सफलता में काफी हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा कि भारत और बंगलादेश के संबंध काफी मजबूत हैं और इनमें आगे भी ओर इजाफा होगा तथा हम बंगबंधु की शताब्दी और बंगलादेश की आजादी की 50वीं वर्षगांठ को मनाने को लेकर काफी उत्सुक हैं।