नई दिल्ली। कांग्रेस ने आर्थिक मोर्चे को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर ‘दिशाहीन तथा गतिहीन’ होने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि उसे आडंबर छोड़कर देश की अर्थव्यवस्था की वास्तविक हालत जनता के सामने रखनी चाहिए। कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी सरकार की आर्थिक नीतियां गतिहीन हो गयी हैं और उनकी कोई दिशा नहीं है। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों की आर्थिक हालत का विवेचन करते हुए कहा कि सरकार को वास्तविक स्थिति देश के सामने रखनी चाहिए। सरकार अर्थव्यवस्था को सातवें आसमान पर पहुंचाने की बात कर रही है, जबकि वास्तव में अर्थव्यवस्था पाताल में जा रही है।
सिंघवी ने कहा कि अर्थव्यवस्था में मंदी के हालात बहुत पहले से चले आ रहे हैं और सरकार को आम बजट में इसे सुधारने के कदम उठाने चाहिए थे, लेकिन सरकार इसमें चूक गयी। बाजार में पूंजी के संकट पर उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने दरों में कटौती है, लेकिन इसका लाभ बैंक जनता को नहीं दे रहे हैं। बैंकों पर सरकार का नियंत्रण होता है इसलिए उसे इस दिशा में कदम उठाने चाहिए। सरकार पर आर्थिक आंकड़े छुपाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ऑटो क्षेत्र के उत्पादन में 40 साल की गिरावट सामने आ रही है और मारुति तथा अशोक लिलैंड जैसी दिग्गज कंपनियां छंटनी की योजनायें बना रही हैं। इसका सीधा असर रोजगार के अवसरों पर पड़ेगा। शेयर बाजारों में गिरवट हो रही है और वित्तीय घाटा बढ़ रहा है। निर्माण क्षेत्र में मंदी का दौर है और मकानों की ब्रिकी का समय 80 महीने तक हो गया है। तीस प्रमुख शहरों में 13 लाख मकान खाली पड़े हैं।