नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पहली पुण्यतिथि के मौके पर श्रद्धांजलि देने पोखरण पहुंचे। यहां उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि अबतक हमारी नीति नो फर्स्ट यूज की है लेकिन भविष्य में क्या होगा, यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है। रक्षा मंत्री का यह संबोधन कई मायनों में अहम है।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान से तनाव चल रहा है। पाक ने भी कई ऐसे फैसले लेकर अपनी नाराजगी जाहिर करने की कोशिश की लेकिन भारत पर इसका कोई खास असर नहीं हुआ भारत ने पाकिस्तान के इन फैसलों पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन रक्षा मंत्री पोखरण दौरे पर गए, तो उन्होंने कहा, 'आज तक हमारी न्यूक्लियर पॉलिसी No First Use' है भविष्य में क्या होगा यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पोखरण में अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि भी दी।
राजनाथ सिंह ने कहा, संयोग है कि आज मैं जैसलमेर में इंटरनेशनल आर्मी स्काउट कम्पीटिशन के लिए आया था और आज ही अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि है। इसलिए, मुझे लगा कि मुझे पोखरण की धरती पर ही उन्हें श्रद्धांजलि देनी चाहिए। भारत ने कई देशों के विरोध के बावजूद परमाणु परीक्षण किया और सफल रहे। मई, 1998 में पोखरण से दुनिया को भारत ने यह संदेश दे दिया है कि हम भी मजबूत है, सक्षम है। आज पोखरण में राजनाथ सिंह ने अटल जी को याद करते हुए उनके परमाणु परीक्षण के साहसिक फैसले को भी याद किया।