नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने आगामी बजट के विषय में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बुधवार को कुछ सुझाव दिये और कृषि क्षेत्र के संरक्षण और संवर्धन पर विशेष बल देते हुए इस क्षेत्र में संरचनात्मक परिवर्तन लाने की आवश्यकता जतायी। नायडू ने अपने निवास पर मिलने आयी सीतारमण को सलाह दी कि वे आयात-निर्यात नीति की समीक्षा करें तथा कृषक वर्ग के हितों का समाधान करें। उन्होंने वित्त मंत्री से अपेक्षा की कि आंध्र प्रदेश के लिए विशेष सहायता, विशेष व्यवस्था तथा विशेष प्रयास जारी रखे जायेंगे। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पूर्व में राज्य के लिए विशेष वित्तीय पैकेज की घोषणा की थी।
सरकार द्वारा दिये गये आश्वासनों के अनुसार राज्य में राष्ट्रीय संस्थानों को स्थापित किये जाने तथा आंध्र प्रदेश में नयी परियोजनाओं की अनुमति दिये जाने की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि राज्य को सहायता की आवश्यकता है। आयुष मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद यशो नायक ने भी नायडू से उनके निवास पर भेंट की। देश विदेश में बड़ी संख्या में लोगों द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजनों में हिस्सा लेने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उपराष्ट्रपति ने नायक को सलाह दी कि योग को जनांदोलन बनाने की दिशा में प्रयास जारी रखे जाने चाहिए।
इस संदर्भ में उपराष्ट्रपति ने उन्हें उस आश्वासन का भी स्मरण दिलाया जिसके तहत आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के कोंडापावुलुरु में केन्द्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा शोध संस्थान तथा 100 बिस्तरों वाले अस्पताल की स्थापना की जानी है। उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश सरकार के आयुष विभाग द्वारा इसके लिए मुफ्त में 25 एकड़ भूमि आवंटित भी कर दी गयी है जिसका पंजीकरण भी 2018 में ही केन्द्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद के तहत हो चुका है।
उन्होंने वित्त मंत्री को याद दिलाया कि पूर्व में जब आंध्र प्रदेश के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री कमिनेनी निवास द्वारा इस विषय पर अनुरोध किया गया था उन्होंने तभी इस परियोजना का शीघ्रातिशीघ्र शिलान्यास करने की सलाह दी थी जिसके विषय में बाद में केन्द्रीय मंत्री द्वारा भी घोषणा की गई थी। इस बीच राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने भी उपराष्ट्रपति से उनके निवास पर भेंट की। नायडू ने उनसे आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में प्रस्तावित इस्पात संयंत्र के विषय पर चर्चा की। राज्य मंत्री ने उपराष्ट्रपति को आश्वासन दिया कि वे इस विषय पर केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान तथा वरिष्ठ अधिकारियों से बात करेंगे।